Makar Sankrat Indian Festival

Makar Sankrat Indian Fesival


मकर संक्रांति को भारतीय सभ्यता में एक शुभ चरण की शुरूआत माना जाता है। इसे सूर्य देवता का त्योहार कहा जाता है।मकर संक्रांति का त्योहार हर साल 14 जनवरी को लोहड़ी के एक दिन बाद मनाया जाता है।लेकिन साल 2020 में यह 15 जनवरी को पड़ रही है।इस खास दिन को विश करने के लिए अपने दोस्तों और परिवार के लोगों को भेजें ये लेटेस्ट 


Makar Sankrat Indian Fesival

Makar Sankranti 2020 : भारत ही नहीं इन 5 देशों में भी मनाई जाती है ''मकर संक्रांति'' नए साल में सबसे पहले मनाया जाने वाला पर्व मकर संक्रांति (Makar Sankranti) है। उमंग और उल्लास का प्रतीक मकर संक्रांति (Makar Sankranti) एक ऐसा त्योहार है, जो केवल भारत (Makar Sankranti In India) ही नहीं बल्कि दुनिया के कुछ अन्य देशों में भी मनाया जाता है। हमारे देश में भी ऐसे कई राज्य हैं, जहां मकर संक्रांति को विभिन्न नामों से जाना जाता है। उत्तर भारत में जहां ये मकर संक्रांति, माघी कहलाती है, वहीं तमिलनाडु में इसे पोंगल, पंजाब में लोहड़ी और असम में बिहू कहते हैं। आइ जानते हैं कि दुनिया भर में कहां-कहां मनाया जाता है मकर संक्रांति।

Makar Sankrat Indian Fesival

Makar Sankranti 2020 भारत ही नहीं इन 5 देशों में भी मनाई जाती है ''मकर संक्रांति'' नए साल में सबसे पहले मनाया जाने वाला पर्व मकर संक्रांति (Makar Sankranti) है। उमंग और उल्लास का प्रतीक मकर संक्रांति (Makar Sankranti) एक ऐसा त्योहार है, जो केवल भारत (Makar Sankranti In India) ही नहीं बल्कि दुनिया के कुछ अन्य देशों में भी मनाया जाता है। हमारे देश में भी ऐसे कई राज्य हैं, जहां मकर संक्रांति को विभिन्न नामों से जाना जाता है। उत्तर भारत में जहां ये मकर संक्रांति, माघी कहलाती है, वहीं तमिलनाडु में इसे पोंगल, पंजाब में लोहड़ी और असम में बिहू कहते हैं। आइ जानते हैं कि दुनिया भर में कहां-कहां मनाया जाता है मकर संक्रांति।  आइ जानते हैं कि दुनिया भर में कहां-कहां मनाया जाता है मकर संक्रांति। क्यों कहते हैं मकर संक्रांति (Makar Sankranti Festival) इस पर्व का नाम मकर संक्रांति (Makar Sankranti 2020), सूर्य के राशि परिवर्तन करने के कारण पड़ा है। दरअसल, सूर्य की एक राशि से दूसरी राशि में जाने की प्रक्रिया को ही संक्रांति कहते हैं। सूर्य के धनु से मकर राशि में प्रवेश करने के कारण इसे ‘मकर संक्रांति’ (Makar Sankranti) कहा जाता है।





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 इस त्योहार के वैज्ञानिक पक्षों की बात करें तो ये ठंडी के मौसम के जाने का सूचक है। इसके बाद से मौसम में गर्माहट आने लगती है। वसंत का आगमन (Spring) भी इसी दिन से माना जाता है। यह त्योहार बच्चे बहुत पसंद इसलिए करते हैं, क्योंकि इस अवसर पर, बच्चे ही नहीं बड़ों को भी पतंग उड़ाना खूब भाता है। कुछ स्थानों पर तो लोग सामूहिक रूप से किसी बड़े मैदान में एकत्रित होकर पतंगें उड़ाते हैं (Kite Flying in Makar Sankranti)। तरह-तरह के आकार और रंगों वाली ढेरों पतंगें जब आसमान में झूमने लगती हैं तो सच में उसे देखकर बड़ा मजा आता है। आपको यह जानकर अचरज होगा कि इस त्योहार पर कुछ अन्य देशों में भी पतंगें उड़ाई जाती हैं। 

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थाईलैंड की मकर संक्रांति मकर संक्रांति थाईलैंड (Thailand) में भी मनाया जाता है। वहां इस पर्व को ‘सॉन्कर्ण’ के नाम से जाना जाता है। एक समय में थाइलैंड (Makar Sankranti in Thailand) में हर राजा की अपनी विशेष तरह की पतंग होती थी, जिसे जाड़े के मौसम में भिक्षु और पुरोहित देश में शांति और खुशहाली की कामना के साथ उड़ाते थे। इसी परंपरा के अनुसार थाइलैंड के निवासी आज भी पतंग उड़ाते हैं। इन मकर संक्रांति के शुभकामना संदेश में है गुड़ जैसी मिठास, सब हो जाएंगे खुश नेपाल की मकर संक्रांतिअपने पड़ोसी देश नेपाल (Nepal) के सभी प्रांतों में अलग-अलग नाम और तरह-तरह के रीति-रिवाजों से यह त्योहार उत्साह के साथ मनाया जाता है।





 इस दिन वहां के किसान अपनी अच्छी फसल के लिए भगवान को धन्यवाद देकर सदा कृपा बनाए रखने की प्रार्थना करते हैं। (Makar Sankranti In Nepal) मकर संक्रांति को इसी कारण यहां फसलों और किसानों के त्योहार के रूप में भी जाना जाता है। इस अवसर पर तीर्थस्थलों और नदियों के संगम में स्नान करते हैं और तिल, घी, शर्करा और कंदमूल खाते हैं। कंबोडिया की मकर संक्रांति कंबोडिया (Cambodia) के लोग मकर संक्रांति को ‘मोहा संगक्रान’ के नाम से मनाते हैं (Makar Sankranti in Cambodia)। कंबोडिया में नए साल के आगमन और पूरे साल खुशहाली बने रहने के लिए मकर संक्रांति मनाते हैं।  


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2020: इन जगहों पर अलग है 'मकर संक्रांति का महत्‍व' श्रीलंका की मकर संक्रांति श्रीलंका (sri lanka) में मकर संक्रांति मनाने का ढंग ‘पोंगल’ से मिलता-जुलता है। यहां इस पर्व को ‘उजाहवर थिरुनल’ के नाम से मनाया जाता है। कुछ लोग वहां इसे कहते भी ‘पोंगल’ ही हैं क्योंकि श्रीलंका में भारतीय तमिल समुदाय के लोगों की अच्छी-खासी संख्या है। म्यांमार की मकर संक्रांति म्यांमार (Myanmar) की बात करें तो यहां मकर संक्रांति (Makar Sankranti in Myanmar) का एक अलग ही रूप देखने को मिलता है। इसे ‘थिनज्ञान’ के नाम से मनाया जाता है, जो बौद्धों से जुड़ा हुआ है। यह त्योहर लगभग 3-4 दिन तक चलता है। नए साल के आगमन की खुशी में भी यह पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। m
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